Sunday 22 September 2019

तृप्ति

अतृप्त मन कर जतन,
बढ़ रहा कदम कदम,

शेष की आस में,
अवशेष के साथ में,

तृप्ति की राह में,
अतृप्त से ये कदम,

मै चल रहा सहम सहम,
मै चल रहा सहम सहम।।

Sunday 8 September 2019

ज़िन्दगी

ना कल में जियो,
ना कल को जियो,
इस पल है ज़िन्दगी,
जी भर के जियो।।